आई विटनेस न्यूज 24,कोरोना महामारी को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार के आयुष विभाग ने अब होम्योपैथिक दवाओं से इलाज की भी छूट दे दी है। इसके लिए बकायदा कोरोना के लक्षण और बगैर लक्षण वाले मरीजों के लिए दवाओं की सूची जारी की गई है जिसे डाक्टर की सलाह से ले सकते हैं। आयुष मंत्रालय भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और वरिष्ठ होम्योपैथ डा. एके द्विवेदी ने बताया अब तक कोरोना के इलाज में एलोपैथी दवाओं को ही मान्यता थी, लेकिन अब सरकार ने लक्षणों के आधार पर होम्योपैथिक दवाओं से इलाज की अनुमति भी दे दी है। इसके लिए आयुष विभाग ने गाइडलाइन जारी की है। इसमें लक्षण वाले मरीज और बगैर लक्षण वाले मरीजों का इलाज अलग-अलग होगा।
होम्योपैथ डा. रीना गंगराडे का कहना है पिछले साल भी कोरोना के उपचार के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा गाइडलाइन जारी की गई थी। इसके तहत भी संक्रमित और लक्षण वाले व्यक्तियों को दवाइयां दी गई थी। इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले थे। डा. विशाल गंगराडे का कहना है कि पिछली बार कोरोना संक्रमण से बचाव और इसके उपचार के लिए औषधियां संजीवनी ऐप के माध्यम से वितरित की गई थी। इसमें पूरा डाटा एकत्रित किया गया था। भारत ही नहीं कई देशों में आयुष विभाग ने जिन औषधियों के नाम जारी किए हैं उसका उपयोग हो रहा है। होम्योपैथी दवाईयों से प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर किया जा सकता है।
कोरोना से बचाव के लिएआर्सेनिक एल्बम 30 की 5 गोली सुबह तीन दिनों तक लेना है। एक माह बाद पुन: लेना है। इसे सभी आयु वर्ग के लोग ले सकते हैं।
लक्षण रहित कोविड
आर्सेनिक एल्बम 200, ब्रायोनिया 200, केमफोरा 200 की पांच गोली सुबह तीन दिनों तक।