आई विटनेस न्यूज़ 24, मध्य प्रदेश में 29 और 30 अप्रैल को वैक्सीनेशन नहीं होगा। इन दो दिनों में 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जानी थी। वैक्सीनेशन टालने की वजह यह बताई जा रही है कि 1 मई से वैक्सीनेशन पार्ट-3 शुरू हो रहा है। इसके लिए स्टाफ को नए सिरे सेट्रेनिंग देने के साथ ही कई अन्य तैयारियां की जानी हैं।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 29 अप्रैल की शाम7 बजे बैठक बुलाई है। इसमें तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
मंत्रालय सूत्रों ने बताया, एक मई से प्रदेश के 18 साल
से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का वैक्सीन लगाने
का अभियान शुरू किया जाएगा। इससे पहले स्वास्थ्य
विभाग तैयारियों को पुख्ता करना चाहता है। दरअसल,
मंगलवार को कोरोना की समीक्षा बैठक में सुझाव दिया
गया था कि सरकारी अस्पतालों के बजाय स्कूल परिसरों
में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने
जानकारी के मुताबिक नई तैयारियों के मद्देनजर स्वास्थ्य
विभाग का वैक्सीनेशन पोर्टल भी दो दिन बंद रहेगा,
जिसमें वैक्सीन लगने के बाद पूरी जानकारी भरी जाती
है। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्राइवेट
अस्पतालों में भी इन दो दिनों में वैक्सीनेशन नहीं होगा।
1 मई से नई व्यवस्था से वैक्सीनेशन अभियान के लिए
सरकार ने सीरम कंपनी को कोवीशील्ड के 45 लाख
डोज का ऑर्डर दिया है, लेकिन बुधवार शाम तक कंपनी
की तरफ से सरकार के पास कोई जानकारी नहीं आई
कि प्रथम चरण में मप्र को 45 लाख में से कितने डोज 1
बता दें, मप्र में हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स समेत 45
साल से अधिक उम्र के अब तक 80 लाख 11 हजार
लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। इसमें से 10
लाख 10 हजार को दूसरा डोज भी लग चुका हैं।