सऊदी अरब 80 मीट्रक टन लिक्विड ऑक्सीजन भारत भेज रहा है वही अमेरिका कोविशील्ड वैक्सीन के उत्पादन के लिए कच्चा माल भेजेगा ।https://twitter.com/IndianEmbRiyadh/status/1385993688271126528?s=19
कोरोना के खिलाफ कारगर इस वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए इसकी तत्काल आवश्यकता महसूस की जा रही है । अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान ने भारत में अपने समकक्ष एनएसए अजीत डोभाल से बातचीत के लिए यह जानकारी दी । दोनों अधिकारियों के बीच कोरोना के खिलाफ जंग के तमाम पहलुओं पर बातचीत हुई.अमेरिका ने कहा है कि वह कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए तुरंत जरूरी कच्चे माल का स्रोत भारत को उपलब्ध कराएगा।
ब्रिटेन ने कहा कि सैकड़ों ऑक्सीजन कंसेनट्रेटर , वेंटिलेटर भारत भेजे गए हैं . 9 कंटेनरों में करीब 600 उपकरण है , इनमें 495 ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर , 120 नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर्स और 20 मैन्युअल वेंटिलेटर्स शामिल हैं . भारत में कोरोना के एक्टिव मामलों की तादाद 27 लाख के पार कर गई है और मृतकों की संख्या 1.9 लाख तक पहुंच गई है . ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने एक बयान में कहा , ऑक्सीजन कंसेनट्रेटर्स , वेंटिलेटर्स समेत सैकड़ों महत्वपूर्ण उपकरण ब्रिटेन से रवाना किए जा चुके हैं . यह खतरनाक वायरस से होने वाली दुखद मौतों को रोकने के भारत के प्रयासों में मदद देगा . बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोविड -19 के खिलाफ इस लड़ाई में और इस मुश्किल वक्त में अपने दोस्त और साझेदार भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं । मैं इस बात को लेकर दृढ़ हूं कि ब्रिटेन महामारी के खिलाफ जंग में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हरसंभव सहायता प्रदान करेगा । एएफपी के मुताबिक , ब्रिटेन भारत सरकार के साथ सहयोग के अन्य क्षेत्रों में भी नजदीकी संपर्क बनाए हुए है ।
बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोविड -19 के खिलाफ इस लड़ाई में और इस मुश्किल वक्त में अपने दोस्त और साझेदार भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं . मैं इस बात को लेकर दृढ़ हूं कि ब्रिटेन महामारी के खिलाफ जंग में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हरसंभव सहायता प्रदान करेगा . एएफपी के मुताबिक , ब्रिटेन भारत सरकार के साथ सहयोग के अन्य क्षेत्रों में भी नजदीकी संपर्क बनाए हुए है ।
यूरोपीय संघ ने कहा है कि हम भारत को सहयोग के लिए जोरशोर से प्रयास करेंगे । यूरोपीय आयुक्त ( आपदा प्रबंधन ) जेनेज लेनारकिक ने यह ट्वीट किया.यूरोपीय संघ के अलावा जर्मनी और इजराइल ने भी भारत को कोरोनावायरस की दूसरी लहर का मुकाबला करने में हर संभव मदद का वादा किया है . भारत में रोजाना 3.5 लाख मामलों के कारण अस्पतालों समेत पूरे हेल्थकेयर सिस्टम पर भारी दबाव है . ऑक्सीजन , दवा और कोविड बेड की भारी किल्लत का सामना अस्पताल कर रहे हैं ।