ऐसी स्थिति में भी सरकार अपने 36 रोजगार कार्यालय बंद करने जा रही है। बेरोजगारों का एक आंकड़ा इन्हीं रोजगार कार्यालयों में होने वाले रजिस्ट्रेशन से साफ होता है लेकन प्रदेश में जब कुल 15 ही रोजगार कार्यालय होंगे तब बेरोजगारों का रजिस्ट्रेशन कहां होगा यह समझना इन बेरोजगारों के लिए मुश्किल काम है।
वही अब इस पूरे मामले पर पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह ने कहा कि रोजगार मिलने के जरिए को बंद किया जा रहा है । जबकि पौधारोपण से रोजगार नहीं मिल सकता है । वही सरकार से सवाल करते हुए पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह ने कहा पैसा बहाकर रोजगार देने की बात करने वाले बीजेपी सरकार द्वारा अब रोजगार कार्यालय को बंद करने का निर्णय लेना आखिर किस प्रक्रिया का हिस्सा है । साथ ही बृजेंद्र सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश अब बेरोजगार प्रदेश बनने की राह पर अग्रसर है । वहीं कांग्रेस के सवाल पर बीजेपी के हरिशंकर खटीक ने कहा कि शिवराज सरकार ने फैसला लिया है तो काफी सोच समझ कर लिया होगा । हमारा मकसद प्रदेश के युवाओं को रोजगार देना है । जिस को पूरा करने के लिए शिवराज सरकार प्रतिबद्ध है ।